Mohit Pandey Ram Mandir :अयोध्या राम मंदिर पुजारी बनें गाजियाबाद के मोहित पांडेय, कितनी मिलेंगी सैलरी

Mohit Pandey Ram Mandir ayodhya के बने पुजारी | Ayodhya Ram Mandir Pujari Mohit Pandey कौन है | कितनी मिलेंगी सैलरी | योग्यता | Mohit Pandey Ram Mandir Pujari बनने तक का सफर

हिंदुओ के लिए खुशी की खबर है क्योंकी उनके भगवान राम जी का अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण आखिरी चरण में है। 22 जनवरी को रामलाल जी को इस मंदिर में स्थापित किया जाएगा। अयोध्या राम मंदिर के पुजारी जी का भी चुनाव कर लिया गया है। Ayodhya Ram Mandir Pujari ka naam Mohit Pandey जी है। ये पुजारी जी गाजियाबाद में स्थित दूधेश्वर वेद विद्यापीठ के छात्र है। प्राण प्रतिष्ठा के दौरान 2 आचार्य भी मौजूद रहेंगे इस बात की पुष्टि दूधेश्वर नाथ मठ मंदिर के महंत और जूना अखाड़े के प्रवक्ता नारायण गिरी ने दी है।

इस लेख में हम अयोध्या में राम मंदिर के पुजारी जी के चयन प्रक्रिया और योग्यता के बारे में बात करेंगे। आखिर उन्हे किन किन परिस्थितियों से गुजरना पड़ा राम मंदिर के पुजारी बनने में। mohit Pandey जी के बारे में संपूर्ण जानकारी हिन्दी में प्राप्त करने के लिए हमारे लेख के साथ बने रहें क्योंकि इस लेख में छात्र से ram mandir pujari बनने तक के सफर पर चर्चा करेंगे।

Ayodhya Ram Mandir Pujari कौन हैं : मोहित पांडेय को ही क्यों चूना गया

अयोध्या में स्थित राम मंदिर के पुजारी के रुप में गाजियाबाद के दूधेश्वर नाथ मठ के छात्र मोहित पांडेय जी को चूना गया है। दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर के महंत और श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के प्रवक्ता नारायण गिरी में सूचना दी की हमारे मठ ने बहुत बड़ी उपलब्धि हासिल किया है। क्योंकि श्री दूधेश्वर वेद विद्यापीठ के छात्र मोहित पांडेज जी का चयन अयोध्या राम मंदिर के पुजारी के रुप में किया गया है। राम मंदिर हिंदुओ के लिए सबसे बड़ा मंदिर है। क्योंकि बड़े लम्बे समय के बाद हिंदुओ को अपने धर्म के भगवान जी का मंदिर बनाने की परमिशन मिली है। जब इतनी तपस्या के बाद राम मंदिर पर फैसला आया ।

Mohit Pandey ayodhya Ram Mandir Pujari

दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर और पंच दशनाम जूना अखाड़ा के लिए बड़ी खुशी की बात है क्योंकि उन्होंने राम मंदिर के पुजारी को ज्ञान देकर सेवा करने योग्य बनाया। राम मंदिर पुजारी बनना इतना आसान भी नहीं था क्योंकि भगवान राम जी की सेवा के लिए अनेकों पुजारियों ने इंटरव्यू दिया था। पुजारी बनने के लिए देश भर से 3000 देवार्थियी और पुजारियों का इंटरव्यू हुआ। इंटरव्यू के बाद सिर्फ 50 पुजारियों को राम मंदिर के पुजारी के रूप में चयन किया गया है। इसके बाद इन 50 पुजारियों को प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा उसके बाद सेवा में लगाया जाएगा।

दूधेश्वर विद्यापीठ के कठोर है नियम कानून

दूधेश्वर विद्यापीठ में देश भर से शिक्षा ग्रहण करने विद्यार्थी आते हैं। अभी के समय में करीब 70 विधार्थी पढ़ रहे हैं। यह से शिक्षा प्राप्त करने वाले विधार्थी देश विदेश में अनेक मंदिरों में अपनी सेवा प्रदान करते है। यहां पढ़ने वाले सभी छात्र आगे जाकर आचार्य या पुजारी बनते है । यहां के नियम कानून बहुत कठोर है।

मोहित पांडेय ने बताया की विद्यापीठ के नियम कानून बहुत कठोर है। जहा से शिक्षा ग्रहण करने वाले बच्चे धर्म और कर्मकांड की शिक्षा हासिल करके अपने जीवन में नई ऊंचाइयों को छूते है। विद्यापीठ में सभी छात्र को सुबह 4 बजे जग जाना है। फिर रात में 10 बजे सोना है। वहा सभी कार्य टाइम टेबल के द्वारा किए जाते है।

Mohit Pandey Ram Mandir Pujari को प्रशिक्षण दिलाया जाएगा

राम जी की सेवा के लिए चुने गए मोहित पांडेय और अन्य सभी उम्मीदवार को सेवा से पहले 6 महीने का प्रक्षिषण प्रदान किया जायेगा। उसके बाद उन्हें भगवान राम की सेवा के लिए चूना जायेगा। manish pandey ayodhya का चयन गाजियाबाद नही पूरे उत्तर प्रदेश के लिए खुशी की बात है की उनके प्रदेश से कोई राम जी के सेवा के लिए चूना गया है।

आचार्य की पढ़ाई के लिए तिरुपति गए थे मोहित

वेद विद्यापीठ के आचार्य लक्ष्मीकांत पढ़ी ने बताया की दूधेश्वर नाथ वेद विद्यापीठ से मोहित पांडेय ने 7 साल तक सामवेद की शिक्षा प्राप्त की। उसके बाद सामवेद की शिक्षा पुरी होने के बाद उन्होंने आचार्य की पढाई करने के लिए तिरुपति जाने का निर्णय लिया। फिर उन्होंने वहा से आचार्य की डिग्री पुरी की, अब वह पीएचडी की तैयारी में लगे हुए है उसी बीच उन्होंने राम मंदिर के पुजारी बनने के लिए आवेदन किया और इंटरव्यू दिया। जिसके बाद 3000 वेदार्थ और पुजारियों में से उनका चुनाव किया गया। मोहित पांडेय सीतापुर के निवासी हैं।

क्या होनी चाहिए योग्यता?

आपके मन में प्रश्न उठ रहा होगा की आखिर राममंदिर के पुजारी बनने के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए। राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा जी ने बताया की आवेदकों कि आयु 20 वर्ण से लेकर 30 वर्ष के बीच होनी चाहिए। उसके बाद आवेदक को कम से कम 6 महीने की श्री रामनंदनीय दीक्षा और गुरुकुल शिक्षा पद्धति से पढाई होनी चाहिए। ये योग्यता होनी चाहिए तभी कोई भी पुजारी आवेदन कर सकता हैं।

Ayodhya Ram Mandir Pujari salary कितनी मिलेंगी

श्री राम मंदिर ट्रस्ट ने बताया की मई में मंदिर के मुख्य पुजारी को 25000 रूपए और सहायक पुजारी को 20000 रुपए देने का निर्णय लिया गया था। फिर इसे बढ़ाकर अक्टूबर महीने में मुख्य पुजारी को 32900 रुपए और सहायक पुजारी को 31000 रुपए किया गया है। हालाकि इससे पहले मुख्य पुजारी को केवल 15520 रूपए और सहायक पुजारी को 8940 रुपए प्रदान किए जाते थे।

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